शब्दावली
अदिघे – क्रियाविशेषण व्यायाम

हमेशा
प्रौद्योगिकी हर दिन और ज्यादा जटिल हो रही है।

बाहर
हम आज बाहर खा रहे हैं।

कभी नहीं
जूते पहने बिना कभी भी बिस्तर पर नहीं जाओ!

फिर से
वह सब कुछ फिर से लिखता है।

कल
कोई नहीं जानता कि कल क्या होगा।

भी
उसकी दोस्ती भी नशे में है।

कहीं नहीं
यह पगडंडियाँ कहीं नहीं जातीं।

जल्दी
वह जल्दी घर जा सकती है।

फिर
वे फिर मिले।

थोड़ा
मैं थोड़ा और चाहता हूँ।

भी
कुत्ता भी मेज पर बैठ सकता है।
